मंकीपॉक्स

आजकल भारत में मंकीपॉक्स के मामले काफी तेजी से मिल रहे हैं.

मंकीपॉक्स  संक्रमण उस व्यक्ति को होता है, जिसकी इम्मुनिटी कम हो.

यह  मानव चेचक के समान एक वायरस है, जो सबसे पहले बन्दर में देखा गया था.

मंकीपॉक्स वायरस  जानलेवा नहीं होता है. भारत में अब तक इससे कोई मौत नहीं हुई है.

मंकीपॉक्स किसी जानवर के संपर्क में आने या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है.

मंकीपॉक्स  के लक्षण जैसे बुखार, खांसी और चकत्ते 4 से 12 दिन तक रहते हैं.