दुःख की बात कि भारत में पोषण देने खाद्य पदार्थों को धीरे-धीरे भुलाया जा रहा है. पोषक खाद्य पदार्थों को खाना पिछड़ेपन की निशानी बता दिया जाता है और बर्गर, पिज़्ज़ा, और अन्य फ़ास्ट फ़ूड खाने में पैसा खर्च करना आधुनिकता बता दिया जाता है.
इसलिए इस समय आम जनमानस में सेहत के लिए पोषक खाद्य पदार्थों की जानकारी का प्रचार बहुत आवश्यक है. आज यहाँ पर हम ऐसे ही पोषण में भरपूर खाद्य सुपर फ़ूड मशरूम के फायदे के बारे में बताएँगे.
भारत में कुपोषण का कारण गरीबी या अमीरी?
कुपोषण एक ऐसा कुचक्र है, जिसमें बच्चे मां के गर्भ में ही फंस जाते हैं. भारत में कुपोषण की स्थिति चिंताजनक है. विकिपीडिया के अनुसार संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि भारत में हर साल कुपोषण के कारण मरने वाले पांच साल से कम उम्र वाले बच्चों की संख्या दस लाख से भी ज्यादा है.
दक्षिण एशिया में भारत कुपोषण के मामले में सबसे बुरी हालत में है. मजे की बात यह है कि लोग गरीबी को कुपोषण का कारण मान बैठे हैं. जबकि असलियत इससे उलट है. जो लोग स्पिरुलिना और मशरूम जैसे सुपर फ़ूड में खर्च कर सकते हैं, वे बर्गर, पिज़्ज़ा, चाट-पकोड़ी, मोमोज और चाऊमिन जैसे हानिकारक पदार्थों पर खर्च कर रहे हैं.
आज जो लोग खाने में अधिक पैसा खर्च कर रहे हैं, उनके शरीर में कुपोषण के कारण बीमारियों का हमला अधिक हो रहा है. भारत में भूख से मरने वालों की संख्या इतनी नहीं है, जितनी कुपोषण से मरने वालों की है.
मशरूम क्या है? Mushroom in Hindi
मशरूम (Mushroom) यानी कुकुरमुत्ता एक प्रकार का कवक है, जो जंगलों में स्वतः ही उग आता है. इसे छत्रक या खुम्बी भी कहा जाता है. यह अधिकतर नमी वाले इलाकों पेड़ों आदि पर उग आता है. यह खाने में बहुत पौष्टिक होता है. लेकिन जंगलों में स्वतः उगने वाले मशरूम में से अधिकतर खाने योग्य नहीं होता. इन्हें जहरीला मशरूम या अनचाहे मशरूम कहा जाता है.
मशरूम के फायदे | benefits of mushroom in hindi
भारत में बहुत बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो मशरूम को नहीं जानते. वे जंगली कुकुरमुत्ते के बारे में तो जानते है, लेकिन उसको जहरीला और अनचाहा मानते हैं. जो लोग मशरूम को जानते हैं, उनमें से बहुत से लोग नहीं जानते कि मशरूम को खाया जाता है. और जो लोग मशरूम को खाते है, वे mushroom ke fayde के बारे में नहीं जानते. आइये जानते हैं मशरूम के फायदे –
- मशरूम में प्रचुर मात्रा में विटामिन डी, कैल्शियम और फास्फोरस पाया जाता है. यह हड्डियों के विकास और हड्डियों से सम्बंधित बीमारियों में बहुत लाभप्रद है.
- मशरूम में कई प्रकार के एन्ज़ाइम और पोटेशियम जैसे तत्व पाए जाते है, जो उच्च रक्त दाब को कम करते है, दिल को स्वस्थ रखते हैं और दिल की बीमारी को दूर करते हैं.
- मशरूम में ग्लाइसीन, Beta Glucon और Conjugated Lioneic Acid प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. ये तत्व रक्त में सभी तरह की कैंसर की कोशिकाओं को पनपने से रोकते हैं.
- मशरूम में विटामिन बी काम्प्लेक्स होता है, जो रक्त में आयरन के अवशोषण को बढाता है. इससे नया खून बनता है, हीमोग्लोबिन बढ़ता है और कमजोरी दूर होती है.
- मशरूम में कार्बोहाईड्रेट्स और वसा की मात्रा बहुत कम होती है. इसलिए इसका भरपूर मात्रा में सेवन इन्सुलिन की मात्रा को संतुलित रखता है और शुगर को नियंत्रित रखता है.
- इसमें मौजूद विटामिन सी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) का स्तर बनाये रखता है.
- मशरूम में कार्बोहाईड्रेट्स और वसा की मात्रा बहुत कम और फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण पेट दर्द, गैस, एसिडिटी, कब्ज़, कोलेस्ट्रोल और मोटापे को नियंत्रित करता है.
- मशरूम में विटामिन डी, Selenium, कोजीक एसिड ( Kojic Acid) पाए जाते हैं. Kojic Acid बहुत सारी त्वचा निखारने वाली क्रीम में प्रयोग किया जाता है. इससे त्वचा में चमक बढती है और झुर्रियां घटती हैं.
मशरूम की रेसिपी कौन कौन सी हैं
भारत में मशरूम की बहुत सारी रेसिपी बनाई जाती हैं. मशरूम के व्यंजन खाने के शौकीनों में अलग ही जगह बनाये हुए हैं. मशरूम की रेसिपी में अनूठी सुगंध आती है. उसके बने व्यंजन खाने में स्वादिष्ट तो होते ही हैं, पौष्टिक भी होते है. भारत में मशरूम से बनाई जाने वाली कुछ रेसिपी निम्न हैं –
- मटर मशरुम
- मटर मशरूम मखनी
- कढ़ाई मशरुम
- हक्का मशरूम
- शाही मशरूम
- मशरूम पकौड़ा
- मशरूम मिक्स वेज
- पांडा एक्सप्रेस मशरूम चिकन
- मशरूम-हरा प्याज का सूप
- मशरूम सूप
- प्याज काली मिर्च मशरूम सूप
- मशरूम कढ़ी
- मशरूम मटर कढ़ी
- मशरूम थीयाल
- मशरूम यकनी
- क्रीमी मशरूम
- मक्की मशरूम मसाला
- मशरूम शिमला मिर्च पिज्जा
- मेरिनेटेड मशरूम सलाद
मशरूम रेसिपी बनाने का तरीका क्या है
मशरूम की रेसिपी कोई कई प्रकार से बनाया जाता है. कुछ लोग इसको काटकर इसकी सब्जी बनाते हैं. कुछ लोग इसको तलकर बनाते हैं. लेकिन इसको अधिक समय तक तलने और उबालने से इसके पौष्टिक तत्व नष्ट हो जाते हैं. इसलिए इसको हल्का तलकर या हल्का भूनकर ही खाना चाहिए.
मशरूम कितने प्रकार के होते हैं
भारत में पाए जाने वाले कुछ सामान्य प्रकार के मशरूम हैं:
बटन मशरूम: ये भारत में सबसे अधिक उगाए जाने वाले मशरूम हैं और इन्हें एगारिकस बाइस्पोरस के नाम से भी जाना जाता है। इनमें एक छोटी, सफेद और गोल टोपी होती है। बटन मशरूम विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में उपयोग की जाती है।
ओएस्टर मशरूम: इन मशरूमों में एक हल्का स्वाद होता है। ये मशरूम भारत मे ही पैदा होते हैं। आम तौर पर मृत लकड़ी या सड़ी गोबर की खाद या सड़े हुए खाद्य पदार्थ पर बढ़ते पाए जाते हैं। ओएस्टर मशरूम भूरे या हल्के पीले रंग के होते हैं।
शीटकेक मशरूम: ये मशरूम मुख्यातया पूर्वी एशिया में पैदा होता है। अब भारत में इसकी व्यापक रूप से खेती की जाती है। शीटकेक मशरूम की बनावट सुन्दर होती है तथा इसका स्वाद अनूठा होता है। यह मशरूम अक्सर सूप और फ्राइज़ में उपयोग किया जाता है।
धान पुआल मशरूम: ये मशरूम एशिया के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पैदा होते है। अक्सर भारत में धान के पुआल पर उगाए जाते हैं। सूप, फ्राइज़ और अन्य व्यंजनों में उपयोग किया जाता है।