बुखार, जुकाम और खांसी का इलाज घरेलू रूप से कैसे करें?

जब आपके घर में किसी को खांसी, जुकाम, बुखार, उल्टी या दस्त होता है तो क्या आप भी चिंतित होते हैं? क्या आप भी डॉक्टर के पास भागते हैं? तो थोडा ठहरिये। खांसी, जुकाम, बुखार, उल्टी या दस्त कोई बीमारी नहीं बल्कि हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का ही एक रूप है। खांसी, जुकाम, बुखार, उल्टी या दस्त का इलाज बीमारी के रूप में नहीं करना चाहिए। बल्कि उस समय अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को और बढ़ाने के उपाय करने चाहिए। जुकाम, बुखार, उल्टी, दस्त या खांसी का इलाज घरेलू रूप से करना चाहिए।

क्यों होते हैं खांसी, जुकाम, बुखार, उल्टी या दस्त

खांसी, जुकाम, बुखार, उल्टी या दस्त होने के मुख्यातया 2 कारण हैं –

1. नाक और मुंह द्वारा : मौसम बदलने पर हमारा शरीर बदलते वातावरण के प्रति adjust होता है। उस दौरान हमारे शरीर को कुछ अधिक काम करना पड़ता है। शरीर जब हमारे शरीर को समायोजित करने में व्यस्त रहता है, उसी समय बाहर वातावरण में मौजूद कुछ बैक्टीरिया हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। ये बैक्टीरिया हमारे शरीर में नाक, मुंह और त्वचा द्वारा प्रवेश करते हैं। उन बैक्टीरिया को अंदर प्रवेश करने से रोकने के लिए हमारे गले और नाक में कुछ बलगम (cough) इकट्ठा हो जाता है। यही बलगम खाँसने और छींकने के माध्यम से हमारा शरीर बाहर फेंकता है। इस अवस्था को जुकाम और खांसी कहते हैं।

2. भोजन द्वारा : जब हम दूषित भोजन करते हैं या गंदे हाथों से खाना खाते हैं, तब कुछ बैक्टीरिया हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। इन कीटाणुओं को शरीर से बाहर निकालने ने के लिए इम्यून सिस्टम (रोग प्रतिरोधक व्यवस्था) पहले उस भोजन को उल्टी के माध्यम से बाहर निकालने की कोशिश करता है। यदि भोजन आपकी आंतों तक पहुँच गया है, तब उसको दस्तों के सहारे निकालने की कोशिश करता है। और यदि भोजन के माध्यम से कीटाणु आपके रक्त तक पहुँच गए हैं तो बुखार के माध्यम से उन कीटाणुओं को बाहर निकालने की कोशिश हमारा इम्यून सिस्टम करता है।

जुकाम, बुखार या खांसी का इलाज घरेलू रूप से

सर्दियों में अक्सर घर में सभी को जुकाम, बुखार या खांसी की शिकायत होती ही है। ऐसे में हम तुरंत डॉक्टर के पास जाते हैं और जुकाम, बुखार की दवाई और खांसी के लिए सिरप ले आते हैं। इन दवाइयों से हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता के कार्य में बाधा आती है और शरीर बैक्टीरिया को शरीर से बाहर नहीं निकाल पाता। इसलिए 3-4 दिन जुकाम, बुखार या खांसी का घरेलू उपाय ही करना बेहतर होता है। या किसी अच्छे naturopathy expert के सहयोग से शरीर को detox करने की प्रक्रिया करनी चाहिए। जुकाम, बुखार या खांसी, उल्टी या दस्त होने पर तुरंत शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए अपने खान-पान और जीवन शैली में निम्न बदलाव कर लेने चाहियें –

1. उपवास : आयुर्वेद में कहा गया है ‘लँघनम परम औषधम’। जैसा कि हमने बताया है कि हमारे शरीर में बैक्टीरिया तभी प्रवेश करते हैं, जब हमारा शरीर बदलते मौसम में अपने आप को समायोजित (adjust) कर रहा होता है। ऐसे में हमारा भी कर्तव्य है कि हम उपवास के द्वारा अपने पेट और आंतों को आराम दें, जिससे हमारा इम्यून सिस्टम हमारे शरीर से रोगाणुओं को निकालने की प्रक्रिया शीघ्र पूरी कर सके। उपवास के दौरान गिलोय का काढ़ा, फलों के जूस या पानी का भरपूर प्रयोग करना चाहिए।

2. तुलसी, अदरक, शहद और गिलोय का सेवन : तुलसी, अदरक और गिलोय के रूप में प्रकृति ने हमें बहुत सुंदर वरदान दिए हैं। गले में खराश खांसी, जुकाम और बुखार आने का संकेत होता है। जैसे ही गले में खराश शुरू हो, तुरंत तुलसी और अदरक का काढ़ा शहद डालकर पियें। उसके बाद उपवास करते हुए दिन में 2-3 बार गिलोय का रस पीना चाहिए।

3. गरम पानी का सेवन : जैसे ही जुकाम का संकेत हो, तुरंत ठंडे पानी का सेवन बंद कर दें। उसके स्थान पर प्यास लगने पर हर बाद गरम पानी का सेवन करें।

4. इम्यूनिटी बूस्ट करें : जैसे भी हो, अपनी इम्यूनिटी बूस्ट करें। इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए तुलसी, अदरक, शहद और गिलोय के अलावा गुड ले सकते हैं, अंजीर, मुनक्का और खूबकला का काढ़ा पी सकते हैं। इसके अलावा इम्यूनिटी बूस्टर लड्डू का भी प्रयोग कर सकते हैं।

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