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आजकल असमय आँखों की रौशनी कम होने की समस्याएं काफी बढ़ गयी है. यह समस्या ३ साल के बच्चों में भी मिलने लगी है. इस समस्या को लोग सामान्य सी बात मानते हैं और चश्मा लगाकर जीवन जीने लगते हैं. कुछ दशाओं में आँखों पर चश्मे लगने का कारण अनुवांशिक होता है तथा कुछ लोगों में काला मोतिया ( Cataract) जैसे रोगों के कारण आँखों पर चश्मा लग जाता है. लेकिन अधिकतर लोगों में प्रदूषण, गलत खान पान और गलत रहन-सहन की आदतों जैसे कंप्यूटर और मोबाइल का अत्यधिक प्रयोग के कारण चश्मा लगता है. आँखों की सही देखभाल न होने से भी आँखों पर चश्मा लग जाता है. लेकिन अगर समय रहते आँखों की सही देखभाल की जाये , तो किसी भी उम्र में चश्मा उतर सकता है. आज हम कुछ ऐसे आँखों की देखभाल के घरेलु उपाय और आँखों से चश्मा हटाने के उपाय chasma hatane ke upay के बारे में बताएँगे, जो आँखों की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए बहुत उपयोगी साबित होंगे –
आँखों से चश्मा हटानेके उपाय | आँखों की देखभाल के घरेलू उपाय | aankhon se chashma kaise hataye
आँखों की देखभाल के लिए सुबह के समय ये करें –
- सुबह उठकर सबसे पहले आँखों की गन्दगी को साफ़ करना चाहिए. इसके लिए कई तरीके हैं. जैसे आंवले या त्रिफला के पानी से आँखों को धोना, आँखों में गुलाबजल डालना, या सुबह उठते ही बासी मुंह की लार आँखों में लगाना.
- मुहं में पानी भरकर आँखों पर ताजे पानी के छींटे मारें.
- सूर्योदय की बेला में नंगे पैर हरी घास पर चलें.
- सुबह के समय गाय के देसी घी की अपनी कनपटियों पर हलकी मालिश करें.
- सुबह खाली पेट अनुलोम-विलोम, कपालभाति, सर्वांगासन, शीर्षासन व भ्रामरी प्राणायाम करें. इन सभी आसनों से आँखों में और ऊर्जा का संचार बढ़ता है. अगर बचपन से ही शीर्षासन और सर्वांगासन करने की आदत डाली जाय, तो सारा जीवन आँखों पर चश्मा लगाने की आवश्यकता नहीं होती.
- रात को आठ बादाम पानी में भिगो दें तथा सुबह उठकर पीस कर पानी में मिलाकर पी जाएं।
- 5 मिनट जल नेति और 5 मिनट सूत्र नेति करें. जल नेति में एक नासिका में जल डालकर दूसरी नासिका और मुंह से पानी निकला जाता है. सूत्र नेति में नाक में एक साफ़ रस्सी या साफ़ मलमल के कपडे की रस्सी को नाक में डालकर मुंह से निकालें.
- सुबह कम से कम 15 मिनट उगते सूर्य को बिना पलके झपकाए देखें.
- सुबह उठकर बादाम का देल, सरसों का तेल या गाय के घी की कुछ बूँदें नाक में डालकर 10 मिनट तक लेटे रहें.
- दोनों हाथों की पहली और दूसरी अंगुली के बीच के बिंदु को 1-2 मिनट तक दबाएँ. ऐसा दिन में कम से कम 15-20 बार करें.
दिन के समय ये करें –
- दिन भर काम में व्यस्त रहने के दौरान आँखों को भी कुछ समय देना चाहिए. नींबू एवं गुलाबजल का समान मात्रा का मिश्रण दिन भर में एक-एक घण्टे के अंतराल पर से आंखों में डालने से आखों की सफाई होती रहती है.
- साथ ही दिन भर के काम के दौरान आँखों पर ककड़ी, खीरे की स्लाइस या गुलाबजल का फोहा रखने से आँखों को ठंडक मिलती है.
- पढ़ते समय, टीवी देखते समय, मोबाइल देखते समय या कंप्यूटर -लैपटॉप पर काम करते समय यदि आँखों में दर्द हो तो उसको हलके में न लें. तुरंत 10 मिनट के लिए अपनी आँखों को विश्राम दें और मुंह में पानी भरकर आँखों में छींटा मारकर आँखों को धो लें.
- आंवले का पूरे दिन किसी न किसी रूप में प्रयोग करते रहें. सुबह आंवले के पानी से आँख धोने के बारे में तो ऊपर बताया ही है. साथ ही सुबह ताजे पानी के साथ त्रिफला और रात को गरम पानी के साथ त्रिफला लें. इसके अलावा एलोवेरा-आंवले का जूस, आंवले का आचार, आंवले का मुरब्बा, आंवले की चटनी, च्यवनप्राश आदि के रूप में भी आंवले का प्रयोग करना चाहिए.
- दिन में कम से कम एक बार त्राटक करें. इसके लिए किसी दीवार पर एक बिंदु बना लें या धागे से कोई वस्तु लटका लें. अब 3 फीट की दूरी से उसको बिना पलकें झपकाए देखें. इससे नेत्रों की ज्योति बढती है.
आँखों की देखभाल के लिए रात के समय ये करें –
- 5 ग्राम फिटकरी को तवे पर सेंककर सौ ग्राम गुलाबजल में मिला लें. रोज़ रात को सोते समय इस मिश्रण की चार-पांच बूँदें आंखों में डालें।
- बादाम, सौंफ व मिश्री की सामान मात्र के मिश्रण की एक चम्मच रात को सोते समय दूध के साथ लें।
- रात को सोने से पहले पैरों के तलवों पर गाय के घी या सरसों के तेल की मालिश करें. एक व्यक्ति ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि गाय के देसी घी को सिर्फ 2 दिन तलवों पर रगड़ने से आँखों की रौशनी 15 गुना तेज हो गई | चश्मा कितने भी नंबर का हो उतरेगा।
- देसी गाय का घी आँखों के लिए चमत्कार से कम नहीं है. रात को सोने से पहले देसी गाय के घी की दो बूँदें नाक में टपकाकर सोयें. दिन में कुछ दिनों में आँखों की रौशनी स्थिर हो जाएगी.
- रात को सोने से पहले बादाम का तेल, सरसों का तेल या गाय के घी की कुछ बूँदें नाक में डालें.
आदतों में सुधार से बढ़ेगी आँखों की ज्योति
80 प्रतिशत लोगों को खान पान व रहन सहन की गलत आदतों के कारण चश्मा लगता है. इन आदतों को सुधार कर आँखों की ज्योति को बढ़ाया जा सकता है.
- पौष्टिक और घर का बना ताजा खाना खाएं।
- खाने में सहजन का प्रयोग करें। सहजन में विटामिन ए प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। सहजन के इस्तेमाल से आँखों की रोशनी बढ़ती ही है, इसके साथ ही मोतियाबिंद, रतौंधी आदि रोगों में भी लाभ होता है।
- दिन भर में कम से कम 7-8 गिलास पानी पियें.
- कम्प्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल, टेबलेट और टीवी का उतना ही इस्तेमाल करें जितना आवश्यक हो. खासकर बच्चों को इन चीज़ों से दूर रखें.
- रात को खाने के बाद आँखों से किये जाने वाले काम जैसे टीवी देखना, कम रौशनी में पढना, कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल आदि का इस्तेमाल न करें.
- रात को जल्दी सोकर सुबह जल्दी उठने की आदत डालें.
- तेल में तली हुई चीज़ों और अधिक मिर्च-मसाले वाले भोजन से परहेज करें.
आँखों के लिए अक्षि तर्पण या नेत्र तर्पण
अक्षि तर्पण में आँखों के ऊपर आटे का घेरा बनाकर बंद अंकों को औषधीय तेल या घी से भरा जाता है. अक्षि तर्पण आँखों में रतौंधी, काला मोतिया, मोतियाबिंद, आँखों का तिरछापन या आखों में भेंगापन या आँखों में एलर्जी जैसी बीमारियों का रामबाण इलाज है. अक्षि तर्पण की प्रक्रिया एक विशेष विधि द्वारा संपन्न करायी जाती है, जो घर पर करना बहुत मुश्किल है. अक्षि तर्पण की प्रक्रिया को किसी विशेषज्ञ द्वारा ही करवाना चाहिए.
आँखों की रौशनी को तेज करने में बेहद फायदेमंद है पालक
पालक आँखों के लिए काफी फायदेमंद है. पालक से कई तरह के अंधेपन की बीमारी का इलाज भी संभव है। पालक से प्रकाश अवशोषित करने वाले पिगमेंट को निकालने की तकनीक पर कार्य चल रहा है। इस पिगमेंट का रेटिना की स्नायु कोशिकाओं (नर्व सेल्स) से जोड़ दिया जाएगा। इससे आंखों की रोशनी लौट सकती है। न्यू साईटिस्ट मैगजीन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक ओकरिज नेशनल लेबोरेटरी के अध्यनकर्ता इस शोध में जुटे हुए हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तकनीक का इस्तेमाल कर कुछ हद तक अंधेपन की समस्या से मुक्ति मिल सकती है। उसके मुताबिक, यह तकनीक नेत्रहीनता की समस्या से निजात पाने के लिए इलेक्ट्रोनिक रेटिनल इप्लांट जैसी प्रभावी तकनीक का अच्छा विकल्प हो सकती है। अभी तक इलेक्ट्रोनिक रेटिनल इंप्लाट तकनीक को विकसित नहीं किया जा सका है। वैज्ञानिकों का कहना है कि पालक से कुछ खास किस्म के प्रोटीन को निकालकर लिप्सोम्स नामक मेम्ब्रेम में मिला दिया जाएगा। लिप्सोम्स के प्रकाश के सम्पर्क में आते ही स्नायु कोशिकाएं चमक उठती हैं, जिससे नेत्रहीन भी देखने लगता है।
आँखों के लिए Eye Cleaning Drops कैसे बनायें
eye cleaning के लिए प्याज और और अदरक के रस की drops भी आँखों के लिए बेहतरीन काम करती है. प्याज और अदरक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं. प्याज में विटामिन ई भी अच्छी मात्रा में होता है. इनसे बनी eye cleaning drops आँखों को स्वस्थ रखती है. एक चम्मच छिलका उतारे हुए अदरक का रस, एक चम्मच सफ़ेद प्याज का रस, एक चम्मच नीम्बू का रस और 3 चम्मच शुद्ध शहद को मिलकर eye clear drops तैयार करें. इस योग की 2-2 drops दिन में 3-4 बार अपनी आँखों में डालें. इसके अलावा eye cleaning के लिए गुलाब जल भी बहुत अच्छा उपाय है. सुबह उठकर आँखों में गुलाबजल की drops डालें.
आँखों की रौशनी तेज करने के लिए क्या खाना चाहिए
1. 3 रत्ती अभ्रक भस्म को 10 ग्राम त्रिफला (हरड़, बहेड़ा और आंवला का चूर्ण) और 10 ग्राम शहद में मिलाकर नियमित रूप से खाने से आँखों की रौशनी तेज हो जाती है. सहजन के नियमित सेवन से भी आँखों की रोशनी तेज हो जाती है।