कान में दर्द के घरेलू उपाय: कान में दर्द एक सामान्य समस्या है. यह किसी को भी हो सकती है. बच्चे से बूढ़े तक को यह समस्या हो सकती है. कान का दर्द कभी हल्का या कभी बेहद असहनीय हो जाता है. कान में दर्द से कुछ लोग मानसिक रोगी भी बन जाते हैं. अतः समय रहते कान के दर्द का इलाज करना चाहिए.
कान में दर्द का कारण
अधिकतर लोगों में कान का दर्द कभी कभी होता है. कभी कभी होने वाला दर्द कान में पानी चले जाने, कान में मैल हो जाने या कोई फुंसी आदि हो जाने पर हो जाता है. लेकिन कुछ लोगों में कान का दर्द हमेशा बना रहता है. इसका कारण कान को गलत तरीके से साफ़ करते समय होने वाला घाव होता है. यह दर्द बढ़ता ही रहता है और कभी कभी असह्य हो जाता है.
कान में दर्द के घरेलू उपाय
कान में जब लम्बे समय से दर्द हो या दर्द असहनीय हो जाये तो तुरंत अनुभवी वैद्य से संपर्क करना चाहिए. लेकिन सामान्य दर्द में कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर दर्द का इलाज कर सकते हैं. इन उपायों का कोई भी साइड इफ़ेक्ट नहीं होता है.
- 10 ग्राम सरसों का तेल लेकर किसी साफ़ बर्तन में हलकी हलकी आंच पर पकाएं. जब तेल ठीक से पक जाये, तो इसमें 10 ग्राम रतनजोत कूटकर डाल दें. रतनजोत को तेल में तब तक पकाएं, जब तक रतनजोत ठीक से जल न जाये. जलने पर आग बंद कर दें और तेल को ठंडा होने दें. तेल ठंडा होने पर तेल को, जो रंग में लाल होता है, छानकर शीशी में भर लें. इस तेल को कान में 2-2 बूँद डालें. सर्दी होने पर तेल को हल्का गर्म करके डालें. यह तेल कान में दर्द के साथ बहरेपन के लिए भी बहुत उपयोगी है.
- 100 तिल के तेल को किसी साफ बर्तन में हलकी आंच पर गर्म करें. अच्छी तरह गर्म होने पर इसमें 100 ग्राम धतूरे के पत्तों का रस डालकर और पकाएं. आक के 7 पत्ते लेकर उनपर तिल का तेल लगाकर नमक लगा कर इसी में डालकर दें. जब आक के पत्ते पूरी तरह जल जाएँ, तो मिश्रण को ठंडा कर लें. ठंडा होने पर एक शीशी में कपडे से छान लें. कान में समस्या होने पर 2-2 बूँद डाल लें. सर्दी होने पर तेल को हल्का गुनगुना करके कान में डालें.
- 70 ग्राम तिल्ली के तेल में एक 10 ग्राम सिन्दूर और लहसुन की 2 कलियाँ पकाएं. लहसुन के जल जाने पर तेल को ठंडा करके छानकर शीशी में भर लें. इस तेल की 2 बूँद नियमित कान में डालने से कान का दर्द, खुजली, कान का बहना आदि रोग ठीक हो जाते हैं.
- कान के दर्द में तत्काल आराम के लिए सिरस के पत्तों का रस निकाल लें और हल्का गुनगुना करके कान में डालें. इससे कान के दर्द को तुरंत आराम मिलता है.
- प्याज के रस को हल्का गुनगुना करके कान में डालने से कान के दर्द को तुरंत लाभ तो मिलता ही है, कान की मैल और गंदगी भी साफ़ हो जाती है.
कान बहना, कान की खुजली तथा बहरेपन के घरेलू उपाय
कान में सामान्य समस्या आगे चलकर बड़ी समस्या बन जाती है. इसलिए कान की निरंतर देखभाल बहुत आवश्यक है. कुछ घरेलू उपाय यहाँ दिए गए हैं, जो कान की साधारण समस्या को ठीक करते हैं और कान की समस्या को गंभीर नहीं होने देते-
- प्याज के रस को गुनगुना करके समय-समय पर कान में डालते रहने से कान के रोग नहीं होते.
- 50 ग्राम तिल के तेल में 8-10 लहसुन की कलियाँ जलाकर तेल छानकर शीशी में रख लें. इस तेल के प्रयोग से बहरापन ठीक होता है.
- कान बहने की समस्या हो तो मौसम के अनुसार ठन्डे या गर्म पानी में नींबू का रस डालकर कान में डालें.
- तुलसी के पत्तों का रस गर्म करके कान में डालने से भी कान का दर्द ठीक होता है और कान बहना बंद हो जाता है. कुछ दिन तुलसी के रस को लगातार कान में डालने से कान का मवाद भी साफ़ हो जाता है.
- सरसों के तेल में लौंग और लहसुन की कलियाँ जलाकर ठंडा कर लें. उस तेल को शीशी में भर लें और आवश्यकता अनुसार कान में डालें. इस तेल से कान बहना, कान में दर्द तथा सामान्य घाव ठीक हो जाता है.
- सामान्य दर्द या कान में कीड़ा आदि घुस जाने पर केवल सरसों के तेल को गर्म करके कान में डालने से दर्द को आराम मिलता है तथा कीड़ा भी निकल जाता है.
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